मिखाइल गोर्बाचेव एक दशक से भी ज़्यादा समय से ग्रीन क्रॉस इंटरनेशनल नामक संस्था के ज़रिए पृथ्वी और उसके निवासियों की रक्षा के लिए काम कर रहे हैं, जिसकी स्थापना उन्होंने 1992 में की थी। ऐसे दौर में जब पर्यावरणीय संकट, गरीबी और सैन्य संघर्ष प्रमुख वैश्विक चुनौतियाँ बन गए हैं, गोर्बाचेव हमसे आग्रह करते हैं कि हम इन समस्याओं को अलग-थलग करके देखने और सुलझाने की कोशिश करना बंद करें। जिस व्यक्ति ने रूस, यूरोप और ख़ुद दुनिया की नियति बदल दी, वह अब इक्कीसवीं सदी के लिए एक वैश्विक और व्यापक पेरेस्त्रोइका (सुधार) का आह्वान कर रहा है।
एक पक्षपातपूर्ण और ध्रुवीकृत दुनिया में, यह "घोषणापत्र" अपनी अखंडता से कभी भी राजनीतिक, वैचारिक या राष्ट्रीय सहानुभूति के लिए समझौता नहीं करता। "पृथ्वी के लिए घोषणापत्र" दुनिया के सबसे सम्मानित वरिष्ठ राजनेताओं में से एक द्वारा लिखा गया एक साहसी और विचारोत्तेजक कार्य है—सभी के लिए एक बेहतर दुनिया का रोडमैप।
The book outlines Mikhail Gorbachev's vision for addressing global challenges like ecological crises, poverty, and military conflicts through unified global reform.
Who is the author of 'Manifesto For the Earth'?
The book is written by Mikhail Gorbachev, the former leader of the Soviet Union and founder of Green Cross International.
What topics does the book cover?
The book covers themes of environmental activism, social renewal, global justice, and sustainable development.
Where can I purchase 'Manifesto For the Earth'?
You can purchase the book through The Josephine Porter Institute's online store or other major book retailers.