किसानों, बागवानों और वनस्पतिशास्त्रियों द्वारा लंबे समय से यह देखा गया है कि समय-समय पर कुछ पौधे अपने आस-पास उगने वाले कुछ अन्य पौधों को अनुकूल और प्रतिकूल दोनों तरह से प्रभावित करते हैं। इन संबंधों को ध्यान में रखकर, किसान और बागवान भोजन और फूलों की गुणवत्ता में सुधार कर सकते हैं, कीटों और बीमारियों, सूखे और पाले से होने वाले नुकसान को कम कर सकते हैं, और अपने काम में संतुष्टि और आनंद तथा वित्तीय लाभ दोनों बढ़ा सकते हैं।
रिचर्ड ग्रेग और उसके बाद हेलेन फिलब्रिक तथा अन्य लोगों द्वारा वर्षों के प्रयोगों के परिणामस्वरूप यह अनूठी संदर्भ पुस्तक तैयार हुई। यह पौधों की एक विस्तृत और व्यापक जानकारी प्रदान करती है और बताती है कि वे एक-दूसरे और अपने आसपास के वातावरण, जिसमें मिट्टी, कीड़े और पक्षी शामिल हैं, को कैसे प्रभावित करते हैं।